पटना (रामजी प्रसाद): पूरे विश्व में अहिंसा का संदेश देने वाले और अपने तर्कों से सभी को संतुष्ट कर देने वाले हम भारतवासी बहुत ही भाग्यशाली है कि तथागत गौतम बुद्ध को ज्ञान बोधगया में हुआ था अब उनके अनुयायियों की संख्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही हैं अब गांव गांव में बौद्ध धम्म का प्रचार प्रसार हो रहा है एक ऐसा ही बहुत है स्तूप का निर्माण 2005 से पटना जिले के अजमा स्थित काला पुर गांव में कराया जा रहा था जिसको बनने में पूरे 17 साल लगे इनके निर्माण कार्य में काला पुर गांव के रहने वाले सम्माननीय अरुण कात्यायन जी को जाता है ।
बौद्ध स्तूप के निर्माण से लेकर इनके डिजाइनिंग तक इनका बहुत बड़ा योगदान रहा है इन्होंने एक छोटे से गांव में बहुत बड़ा इतिहास रचने का काम किया है अब तो ऐसा लगने लगा है कि आने वाले समय में पटना का काला पुर गांव संबोधी बौद्ध स्तूप के नाम से जाना जाएगा बौद्ध स्तूप के उद्घाटन समारोह में दूरदराज से आए बौद्ध भिक्षुओं और अतिथियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया इसमें खास बात यह देखने को मिला कि जिस समय वृद्धों को दरकिनार कर दिया गया है तो वही 92 वर्षीय माता लक्ष्मी देवी एवं रेशमी उपाशिकासे करवाया गया है ।