बलांगीर, (बर्धमान जैन): परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री जिनेश कुमार जी ठाणा ३ के सानिध्य में ओडिशा प्रांतीय जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के तत्वाधान में उड़ीसा स्तरीय मंगल भावना समारोह,उड़ीसा स्तरीय ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव एवं मेधावी छात्र सम्मान समारोह आज दिनांक 28 नवंबर 2021 को बलांगीर तेरापंथ भवन में आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में ओडिशा प्रांतीय जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा अध्यक्ष श्री मुकेश कुमार जैन की अध्यक्षता में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमान अनंग उदय सिंह देव, पूर्व मंत्री ओडिशा सरकार, सम्मानित अतिथि के रूप में अर्केश नारायण सिंह देव नेता बी जे डी, बोलांगीर सभा अध्यक्ष श्री पृथ्वीराज जैन, केसिंगा सभा अध्यक्ष श्री मंगत राम जैन, बोलांगीर तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार जैन एवं ओडिशा झारखंड ज्ञानशाला प्रभारी श्री बीरेंद्र जैन की गरीमा मई उपस्थिति रहीं।
मुनि श्री जिनेश कुमार जी के नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का आगाज हुआ। प्रांतीय अध्यक्ष श्री मुकेश कुमार जैन ने सभी का स्वागतकिया, मंगलाचारण बालंगिर महिला मंडल ने किया। स्थानीय सभा अध्यक्ष श्री पृथ्वी राज जैन,केसिंगा सभा अध्यक्ष श्री मंगत राम जैन, प्रोफेशनल फोरम अध्यक्ष मनोज जी एवं ओडिशा झारखंड ज्ञानशाला प्रभारी श्री बीरेंद्र जैन जी ने अपने विचार व्यक्त किए।
ज्ञानशाला ज्ञानार्थी बच्चो ने बड़ी सुंदर प्रस्तुतीया प्रस्तूत की। मुख्य अतिथि श्री अनंग उदय सिंह देव जी, समानित अतिथि अर्केश नारायण सिंह देव जी ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। ओडिशा प्रांत के मेघावी छात्रों को प्रफेशनल फोरम की ओर से समानीत किया गया।
मुनि श्री कुणाल कुमार जी ने अपनी सुमधुर गीतिका प्रस्तुत की। मुनी श्री जिनेश कुमार जी ने अपने मंगल उद्बोधन में श्रावक समाज को तत्व ज्ञान, धर्म संघ, संगपति, आचार विचार और संस्कार के मूल मंत्र प्रादान किए। होटल बॉटल और हॉस्पिटल से दूर रहने का आवाहन किया ।
ओडिशा प्रांतीय जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा द्वारा आयोजित हस्तकला क्रिएटिविटी कांटेस्ट,जैन ज्ञान प्रश्नोत्तरी, तेरापंथ ज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में उत्तीर्ण प्रतियोगियों समेत सभी संयोजक सह संयोजको समेत उपस्थित सभी ज्ञानशाला का सम्मान किया गया।
मंच का कुशल संचालन मुनि परमानन्द कुमार जी, ओडिशा प्रांतीय जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा संगठन मंत्री संजीव जी एवं महामंत्री अनूप कुमार जैन ने बड़ी कुशालता पूर्वक किया ।