● हकमारी और सरकारी उपेक्षा से परेशान आशाओं का दो दिवसीय महाधरना आज से शुरू
● पारितोषिक नही, मासिक मानदेय को लेकर आशा संयुक्त संघर्ष मंच का निर्णायक संघर्ष होगा –शशि यादव
पटना: नीतीश सरकार की वादाखिलाफी और हकमारी व सरकारी उपेक्षा से आक्रोशित राज्य की हजारों आशाओं का आज से दो दिवसीय महाधरना गर्दनीबाग में आज शुरू हुआ। आशा कर्मियों ने 1000 में दम नही, 21000 रुपये मासिक मानदेय से कम नही, पारितोषिक नही, मासिक मानदेय देना होगा, आशा को सरकारी कर्मी घोषित करना होगा, सभी आशाओं का सेवा रिकॉर्ड स्थापित करना होगा, सभी काम का अलग अलग मेहनताना का ससमय भुगतान करो की मांग व नारे पर आज गर्दनीबाग में हजारो आशा कर्मियों ने आशा संयुक्त संघर्ष मंच के आह्वान पर आज से बिहार विधान सभा के समक्ष दो दिवसीय महाधरना शुरू किया, जिसमें राज्य के सभी जिलों से लगभग दस हजार आशकर्मियों ने हिस्सा लिया।
वहीं आज विधान सभा मे भी आशा कर्मियों को मासिक पारितोषिक की जगह मासिक मानदेय भुगतान सहित अन्य मामला गुंजा। माले विधायक सुदामा प्रसाद ने ध्यानाकर्षण के तहत सदन में यह मामला उठाया। साथ ही माले विधायक दल नेता महबूब आलम,विधायक सुदामा प्रसाद, गोपाल रविदास, वीरेंद्र गुप्ता, माकपा विधायक दल नेता विधायक अजय कुमार ने आशकर्मियों को धरना स्थल पर सम्बोधित किया।
बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट) अध्यक्ष शशि यादव, आश संघर्ष समिति के लुकमान तथा बिहार राज्य आशा संघ (एटक) नेत्री किरण कुमारी की अध्यक्षता में आज गर्दनीबाग में आशा कर्मियों की हुई सभा को
महासंघ (गोप गुट) अध्यक्ष रामबली प्रसाद, महासचिव प्रेमचंद कुमार सिन्हा, एटक नेता कौशलेंद्र कुमार वर्मा, जन स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ नेता विश्वनाथ सिंह , ऐक्टू महासचिव आरएन ठाकुर,
आशा कार्यकर्ता संघ महासचिव विद्यावती पांडेय, शबया पांडेय, ऐपवा नेत्री अनिता सिन्हा, एडवा नेत्री रामपरी देवी, सीटू महासचिव गणेश शंकर सिंह, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के महामंत्री शशिकांत राय, सुबेश सिंह, अमित मिश्रा, आशा संघर्ष समिति नेत्री सुधा सुमन, ऐक्टू नेता रणविजय कुमार, जिला आशा नेत्री प्रतिमा कुमारी, सुनीता कुमारी, चन्द्रकला कुमारी, सुशीला पाठक, छात्र नेता विश्वजीत, आइसा छात्र नेता आकाश कश्यप, आइसा राष्ट्रीय महासचिव प्रसन्नजीत कुमार आदि नेताओं ने मुख्य रूप से सम्बोधित किया।
इस बीच सभा को सम्बोधित करते हुए विश्वनाथ सिंह, शशि यादव एवं कौशलेंद्र कुमार वर्मा ने कहा कि सरकार आशा कर्मियों की मांगों को हूबहू लागू करने से भाग रही है, नेताओं ने आगामी 25-26 मार्च को राज्य में हड़ताल कर सभी पीएचसी का घेराव करने की घोषणा किया है।
पटना से रामजी प्रसाद की रिपोर्ट Yadu News Nation