नई दिल्ली: अखिल भारतीय किसान सभा ने शुक्रवार को कहा कि वह केंद्र की ओर से लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शनरत किसानों के साथ शामिल होगी। यह एलान सभा के नेता अजीत नवाले और अशोक धवाले के साथ सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियन्स के राज्य अध्यक्ष डॉ. डीएम दरार समेत अन्य ने नासिक में किया।
धवाले ने कहा, ‘तीनों कृषि कानूनों का उद्देश्य कॉरपोरेट को किसानों की कीमत पर फायदा उठाने की अनुमति देना है। इसका विरोध करने के लिए हम 21 दिसंबर को नासिक से चलेंगे और दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शन में भाग लेंगे।’ उन्होंने कहा कि हमारे साथ हजारों किसानों के प्रदर्शन में शामिल होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘किसानों की रैली नासिक से शुरू होगी और 22 दिसंबर को धुले में एक सार्वजनिक रैली का आयोजन होगा। दिल्ली पहुंचने के लिए किसान 1266 किलोमीटर का सफर तय करेंगे और 24 दिसंबर को आंदोलन से जुड़ेंगे।’ उन्होंने कहा कि हम अपनी पूरी तैयारी कर के जाएंगे जिससे हम वहां लंबे समय तक रुक सकें।
धवाले ने कहा कि नए कृषि-व्यापार कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था की सुरक्षा नहीं करते हैं और इसलिए हमारा संगठन इन कानूनों के विरोध में है। उन्होंने कहा, किसान सभा और सहयोगी संगठन बिजली (संशोधन) विधेयक 2020 के खिलाफ भी प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने दावा किया कि इससे लोगों को दिक्कत होगी।
तीन हफ्ते से ज्यादा समय से चल रहा है आंदोलन
बता दें कि हजारों की संख्या में किसान पिछले तीन सप्ताह से भी ज्यादा समय से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलन समाप्त करने के लिए किसान यूनियनों और सरकार के बीच वार्ताओं के पांच दौर हो चुके हैं लेकिन इनका कोई परिणाम नहीं निकला है। किसान कानूनों को पूरी तरह वापस लेने की मांग कर रहे हैं।