नई दिल्ली: इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) अक्सर उन लोगों के लिए कई तरह के ऑफर पेश करता है जो यात्रा करना पसंद करते हैं. हाल ही में, IRCTC ने ‘पुण्य क्षेत्र यात्रा: पुरी-काशी-अयोध्या’ टूर पैकेज पेश किया. जैसा कि नाम से स्पष्ट है, यह भारत के कुछ सबसे पवित्र स्थानों को कवर करेगा. यह उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो शांति और आध्यात्मिक ज्ञान पाने के लिए इन पवित्र स्थानों पर जाना चाहते हैं. इसलिए, यदि आप रुचि रखते हैं, तो इस पैकेज के बारे में डिटेल जानने के लिए आगे पढ़ें.
IRCTC Punya Kshetra Yatra: यह किन जगहों को कवर करेगा?
पैकेज में पुरी, कोणार्क, गया, वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज शामिल होंगे. टूर की अवधि 8 रात और 9 दिन है और यह 28 जून, 2023 से शुरू होगा. और इस टूर के लिए ट्रेन की कुल सीटों की संख्या 700 है.
IRCTC Punya Kshetra Yatra: डेस्टिनेशन जो कवर किए जाएंगे
पुरी: भगवान जगन्नाथ मंदिर.
कोणार्क: सूर्य मंदिर और समुद्र तट.
गया : विष्णुपद मंदिर.
वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर और गलियारा, काशी विशालाक्षी और अन्नपूर्णा देवी मंदिर. शाम को गंगा आरती.
अयोध्या: राम जन्मभूमि, हनुमान गढ़ी और सरयू नदी पर आरती.
प्रयागराज: त्रिवेणी संगम, हनुमान मंदिर और शंकर विमान मंडपम.
IRCTC Punya Kshetra Yatra: शेड्यूल
28 जून : पर्यटक सिकंदराबाद से ट्रेन में सवार होंगे.
29 जून: पुरी पहुंचेंगे और होटलों में जाएंगे. बाद में वे भगवान जगन्नाथ मंदिर के दर्शन करने जाएंगे. वे पुरी में रात बिताएंगे.
30 जून: नाश्ते के बाद वे कोणार्क के विश्व प्रसिद्ध सूर्य मंदिर जाएंगे. वहां से वे मालतीपतपुर जाएंगे और गया के लिए रवाना होंगे.
1 जुलाई : गया पहुंचने के बाद पर्यटक फ्रेश होकर विष्णुपद मंदिर के दर्शन करेंगे.
2 जुलाई : पर्यटक वाराणसी पहुंचकर नाश्ता करेंगे. फिर वे सारनाथ जाएंगे. वे दोपहर के भोजन के लिए वापस होटल आएंगे और फिर काशी विश्वनाथ मंदिर, काशी विशालाक्षी और अन्नपूर्णा देवी मंदिर जाएंगे. वे शाम को शानदार गंगा आरती देखेंगे.
3 जुलाई : पर्यटक ट्रेन से वाराणसी से अयोध्या जाएंगे. अयोध्या में वे राम जन्मभूमि जाएंगे. रात के खाने के बाद वे प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में सवार होने के लिए अयोध्या स्टेशन जाएंगे.
4 जुलाई : प्रयागराज पहुंचने के बाद पर्यटक को नहा धोकर त्रिवेणी संगम पर जाना होगा. वे हनुमान मंदिर और शंकर विमान मंडपम भी जा सकते हैं. उसके बाद वापसी यात्रा के लिए पर्यटक प्रयागराज से ट्रेन में सवार होंगे.