जमशेदपुर। जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के इग्नू केंद्र (LSC -32051) दिनांक 20.05.2023 से चल रहे कार्यशाला के चौथे दिन के प्रथम सत्र की शुरुआत सामूहिक प्रार्थना सभा के द्वारा की गई। इग्नू की बी.एड. प्रोग्राम की कोऑर्डिनेटर डॉ त्रिपुरा झा ने राष्ट्र के विभिन्न प्रोत से उपस्थित शिक्षार्थियों को भारत की संस्कृतिक विशिष्टता की जानकारी देते हुए पिछले सत्र के प्रतिपुष्टि की चर्चा की। छात्रों को लघु समूह में विभाजित कर उन्हें इकाई योजना तैयार करने के दिशा निर्देश दिए एवं प्रथम सत्र हेतु विभिन्न विषयों के शिक्षाशास्त्री ने (विषय विशेषज्ञ) शिक्षण विषय से स्वचयनित शीर्षक पर एक संकल्पना मानचित्र विकसित कराया। विभिन्न विषयों में 5 ई प्रतिमान पर आधारित पाठ योजना को विकसित करने के लिए विविध युक्तियों पर विस्तार से चर्चा किया।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र के दौरान विभिन्न शिक्षण विषयों में पाठ योजनाएँ तैयार करवाए गए। यह सत्र शिक्षाशास्त्रीय विषयों के आधार पर पांँच समानांतर सत्रों में संचालित किये गये। कार्यशाला के तीसरे सत्र में तदानुभूति के बारे में समझ विकसित करने के साथ-साथ बच्चों से तदानुभूतिपूर्वक व्यवहार करने के कौशलो को विकसित करने पर विस्तार से चर्चा की गई । जिसमें एक सामान्य कक्षाकक्ष में अशक्त बच्चा जो अपने सहपाठियों द्वारा तंग किया जाता है तो उनके आत्मसम्मान की रक्षा कैसे की जाय ईंपुट दी गई।
चौथे एवं अंतिम सत्र में श्रव्य दृश्य कार्यक्रमों के प्रस्तुति द्वारा स्त्रोतविद् ने पीपीटी द्वारा व्याख्यान दिया और संसाधक और सहपाठी इनकी गुणवत्ता ,शैक्षणिक उपयोग का सत्र के अंत में श्रव्य दृश्य कार्यक्रमों के सॉफ्ट कॉपी तैयार किए। उपरोक्त सभी सत्र में संसाधक के रूप में नेहा सुरुचि मिंज, डॉ मोनिका उप्पल, डॉ सुचित्रा बेहरा, डॉ संजय भुईया , समिउल्लाह अंसारी एवं अंजनी कुमारी ने अपना अतुल्य योगदान दिया। संसाधन सेवी एवं शिक्षार्थियों के द्वारा राष्ट्रीय गान के संग सत्र का समापन हुआ।