कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ पिछले दिनों हुई घटना को लेकर चुनाव आयोग ने अपना रूख स्पष्ट किया है। चुनाव आयोग ने माना है कि, ममता बनर्जी पर हमला नहीं हुआ था। आयोग का यह फैसला राज्य के पर्यवेक्षकों और मुख्य सचिव की एक रिपोर्ट के आधार पर आया है। आज जांच-पड़ताल से निष्कर्ष पर पहुंचने की बात कहते हुए चुनाव आयोग ने इस बात से इनकार किया कि “ममता पर हमला हुआ था”।
बीते रोज ही पर्यवेक्षकों ने ममता बनर्जी वाले मुद्दे पर चुनाव आयो को रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट पेश करते हुए पर्यवेक्षकों द्वारा ‘सीएम ममता बनर्जी पर हमले’ के दावे से इनकार किया गया। आयोग ने यह रिपोर्ट बंगाल के लिए नियुक्त किए गए विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक और विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दुबे से मांगी थी। इन लोगों की रिपोर्ट के मुताबिक, टीएमसी प्रमुख की चोट आकस्मिक थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि ममता बनर्जी के काफिले पर हमले का कोई सबूत नहीं है, जिस समय यह हादसा हुआ उस दौरान सीएम के आस-पास भारी पुलिस बल मौजूद था।
ममता बनर्जी पर कथित हमले की घटना 10 मार्च की है। उस दिन वे नंदीग्राम में चुनाव प्रचार को गई थीं। वहां उनके साथ कुछ हुआ। उसके बाद उन्होंने कहा कि, नंदीग्राम में जब वो अपनी गाड़ी के नजदीक थी तो कुछ लोगों ने उन्हें धक्का दिया, जिसके कारण उनके पैर में चोट लग गई। ममता का ये भी कहना है कि जब ये घटना उनके साथ हुई तो उस जगह कोई स्थानीय पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था।’ उन्होंने भाजपाई खेमे पर हमले का आरोप लगाया था।