धर्म युक्त जीवन में सदैव रहती हरियाली – मुनि प्रशांत
कांटाबांजी (वर्धमान जैन): मुनि प्रशांत कुमार जी मुनि कुमुद कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथ प्रोफेशनल फोर्म द्वारा मेधावी छात्र सम्मान समारोह आयोजित हुआ। जनसभा को संबोधित करते हुए मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा – जितने भी तीर्थंकर हुए है वे कषाय मुक्त हुए है। तीर्थंकर विकारो से मुक्त होते है इसलिए उनका जीवन शांतिमय होता है। उनके पास जाने से, बैठने से आत्मिक शांति मिलती है। वे धर्म के प्रवर्तक होते है। धर्म के प्रतीक पुरुष होते है। जीवन में एक तरफ धर्म है और दूसरी तरफ धन है। धन के लिए व्यक्ति इतना समय लगाता है , क्या इतना समय धर्म के लिए लगाते है ? जितना प्रयत्न धन के लिए व्यक्ति करता है, उतना प्रयत्न धर्म के लिए करें तो जीवन में वास्तविक आनन्द,शांति सुकून को प्राप्त कर सकता है। जीवन में धर्म बढता है, तो धन तो अपने आप बढ जाएगा। धर्म जड़ के समान होता है। जड़ अगर हरी भरी होती है तो पेड़ हराभरा रहता है, वैसे ही धर्म युक्त जीवन में सदैव हरियाली रहती है। धर्म की जड़ हरी होती है। धर्म जीवन का मूल आधार है। उसे महत्व देते रहे उसके प्रति मन में श्रद्धा, भक्ति भाव सदैव रहना चाहिए। धर्म की बहुत बड़ी शक्ति होती है। तेरापंथ प्रोफेशनल फोर्म तेरापंथ धर्मसंघ की महत्वपूर्ण संस्था है, केंद्रीय संस्था का दर्जा दिया गया है। संगठित संस्था है,सभी प्रोफेशनल है। गुरुदेव ने फरमाया तेरापंथ प्रोफेशनल फोर्म मोतियों की माला है । सात्विक गौरव है कि अपने अपने क्षेत्र में बहुत कार्य कर रही है। आचार्य महाश्रमण जी के मार्गदर्शन में मेधावी छात्राओं को आगे बढ़ाना यह लक्ष्य है। समाज का सर्वांगीण विकास हो यह संस्था का लक्ष्य है। संस्था मजबूत बनें ऐसा स्थानीय संस्था प्रयास करें।
मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा – जीवन में ज्ञान का महत्व तभी होता है जब वह ज्ञान जीवन में उपयोगी बनता है। शिक्षित , प्रबुद्ध व्यक्ति अपराधिक प्रवृत्ति में लिप्त हो तो शिक्षा पर प्रश्न चिह्न लगता है। ज्ञान जीवन को संस्कारित बनाता है। ज्ञान से पारिवारिक, सामाजिक, एवं आध्यात्मिक संस्कार के साथ जीवन जीने का प्रायोगिक शिक्षण प्राप्त होता है। व्यक्ति जड़ से मूल से मजबूत बनें। किसी भी क्षेत्र में रहें, किसी भी पद पर कार्यरत रहकर धर्म से, संस्कारों से जुड़ा व्यक्ति आर्दश बनता है। आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी का चिंतन कि प्रबुद्ध व्यक्ति भी धर्म के साथ जुडा हुआ रहे। अपने क्षमता का विकास समाज के हित में करें। टीपीएफ के सदस्यों का धर्मसंघ के प्रति समर्पण शुभ भविष्य का सूचक है। मीडिया प्रभारी अविनाश जैन ने बताया – टीपीएफ अध्यक्ष विनोद जैन ने स्वागत भाषण दिया। मुस्कान इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन ब्रिजेश मितल ने तेरापंथ प्रोफेशनल फोर्म की गतिविधियों का उल्लेख करते हुए। मुख्य बिंदूओ पर चर्चा की। आभार ज्ञापन टीपीएफ के कोषाध्यक्ष सुनिल जैन ने किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन टीपीएफ मंत्री सुश्री अनुपमा जैन ने किया।कांटाबांजी तेरापंथ प्रोफेशनल फोर्म ने मेधावी छात्राओं को पदक एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया।